सोनू तैयार था पानी भरने के लिए। मगर झील किनारे से, नदी के संग-संग, पहाड़ों पर चढ़ते और समन्दर में गोते लगाते वह चल पड़ा पानी के सफर पर। खूबसूरत चित्रों से सजी इस किताब में पानी की कहानी दर्शाता पोस्टर भी साथ है।