विज्ञान की प्रकृति क्या है? शिक्षा में विज्ञान की भूमिका क्या है? विज्ञान शिक्षा की सही पद्ध्ति क्या है? समाज का जो रूप हमें चाहिए उसका शिक्षा के लिए निहितार्थ क्या है? यह किताब विज्ञान और उसकी शिक्षा से जुड़े ऐसे ही कई बुनियादी सवालों के जवाब तलाशती है। सैद्धान्तिक सवालों की टोह लेने वाले लेखों के साथ-साथ कई लेख अनुभवों के धरातल से विज्ञान शिक्षा के संघर्षों को उकेरते हैं। इन अनुभव प्रधान लेखों में होशंगाबाद विज्ञान शिक्षण कार्यक्रम के शिक्षकों, प्रशिक्षकों, शोधकर्ताओं के प्रयासों के अलावा देश के कई ऐसे लोगों की कोशिशें और विचार प्रस्तुत हैं जिन पर विज्ञान शिक्षा की नई राहें बनाने की धुन सवार रही है